“निराशा में आशा”

आप अपने जीवन की निराशा को परमेश्वर की मदद से आशा में बदल सकते हैं !”

हम से बहुत से लोग जीवन की लड़ाई में हार गए हैं। अत्याचार ,अन्याय, आर्थिक संकट ,महगाई कर्ज़ा, बेरोज़गारी, शादी और औलाद की चिंता और बहुत सी रोजमर्रा की समस्याएं हमें उठने नहीं देती । हमारा धरम करम ,पाठ पूजा, रिश्तेदारी आदि कोई भी हमारा साथ नहीं देता। क्या करे? कहाँ जाएँ ? बहुत से लोग कहते हैं, ” मैं जीना ही नहीं चाहता” आज से कई हज़ार साल पहले एक भविष्यक्ता जिसका नाम यिर्मयाह था दुखी लोगो के बीच में था उस समय परमेश्वर का वचन उस के पास आया, ” यहोवा कहता हैं कि मैं उन योजनाओ को जानता हूँ जिन्हे मेने तुम्हारे लिए बनाया हैं वह तुम्हारी हानि के लिए नहीं वरन भले के लिए हैं ! मैं तुम्हे उज्जवल भविष्य और आशा देना चाहता हूँ “। परमेश्वर जो कहता वह वह हमेशा पूरा होता है क्योकि वह परमेश्वर है और उसे झूठ बोलने की ज़रुरत नहीं। परन्तु यह सन्देश केवल उसके चुने हुए लोगो के लिए है उन लोगो के लिए जो उसके सम्बन्ध बनाते हैं। येशु मसीह इस दुनिया में मनुष्य को बचाने ,बीमारी से चंगा करने, दुःख तकलीफ से निकलाने और मृत्यु के बाद हमेशा का जीवन देना आया।

जब जब कोई व्यक्ति , समाज जा देश उस ज्ञान से वंचित होता है जिसका विवरण बाइबिल में है तो वह उस धरोहर को नहीं पा सकता जिसके लिए येशु मसीह का बलिदान दिया गया, वह हर मनुष्य को पापो, बीमारी, गरीबी और मौत के भय से छुटकारा दिलाने के लिए मरा । यह विश्वास की कहानी है न की किसी धरम की। वह हम सब को बिना किसी शर्त से प्रेम करता हैं और हमें बचाने के लिए ही उसने अपने पुत्र का बलिदान दिया। यह आप की इच्छा हैं कि आप उसे अपने मुक्तिदाता स्वीकार करे या नहीं। कोई भी आप के बाध्य नहीं कर सकता।

अगर आप उसके साथ सम्बन्ध बनाने चाहते है, उसके चुने हुए लोगो की गिनती में आना चाहते है, और हर तरह के शापो से मुक्त होने चाहते हैं तो सच्चे दिल से निचे लिखी प्राथना को करिये ।

“हैं आकाश और धरती के परमेश्वर मुझे आप के बारे में आज तक बताया नहीं गया और अगर मैं जानता भी था तो मैंने समझने की कोशिश नहीं की। मैंने जाने अनजाने में पैदा होने से लेकर आज तक पाप किये हैं मैंने तेरे बलिदान की धरोहर और उन रहस्यों को नहीं समझा जिस के द्वारा मुझे जीवन के हर शाप से मुक्ति मिले और में शैतान की हर युक्तिओं से स्वतंत्र हो सकूं। मैंने और मेरे बुजुर्गो ने पाप किया हमें क्षमा कर और हमारा मार्गदर्शन कर। इस प्राथना को दुनिया के उधारकर्ता प्रभु येशु मसीह के नाम से मांगता हूँ, सुन और कबूल कर।” आमीन

इस प्राथना को करने के बाद आप अपनी भाषा में बाइबिल की प्रति खरीदिये और परमेश्वर का वचन पढ़ना शुरू कर दीजिये। अगर आप अनपढ़ हैं तो अपने परिवार के किसी सदस्य को पड़ने के लिए कहिये या किसी भी ऐसी संगती में जाइये जो सही मन से सब येशु मसीह में विश्वास करते हैं। परमेश्वर के लोगो की संगती के द्वारा आपके जीवन में बाइबिल का ज्ञान बढ़ेगा और आप आशीषो को पाएंगे। बाइबिल में मेरे और आपके जीवन से सम्बंधित हर आवश्यकता की पूर्ति का विवरण हैं।

अगले पेज को क्लिक करने से आप परमेश्वर के वचन के वायदे , उसके शिष्य होने की शिक्षा ,प्रतिदिन प्रोत्साहन पाने के लिए उच्चारण करने के लिए वचन और टीवी पर उपलब्ध , यू ट्यूब से विभिन विषयो पर सन्देश आदि की लिंक को देख सकते हैं, ” परमेश्वर और आप” नमक पेज पर जाएं !